Facts About Machu Picchu - दुनिया के 7 अजूबों में से एक के रूप में, माचू पिच्चू दक्षिण अमेरिका के शीर्ष पर्यटन स्थलों में से एक है। समुद्र तल से 7,000 फीट की ऊंचाई पर राजसी एंडीज पर्वत श्रृंखला के भीतर खूबसूरती से स्थापित, माचू पिच्चू भी दुनिया के सबसे कम समझे जाने वाले पुरातात्विक स्थलों में से एक है। इंका की शक्ति के शिखर पर निर्मित, ये खंडहर इंका के प्रभावशाली पत्थर के काम और शिल्प कौशल का एक शानदार उदाहरण हैं। 15वीं सदी के इस रहस्यमय यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल तक ट्रेन से या प्रसिद्ध इंका ट्रेल की पैदल यात्रा करके पहुंचा जा सकता है।
माचू पिच्चू के बारे में रोचक तथ्य - Interesting Facts about Machu Picchu
- माचू पिच्चु में इमारते, मंदिर और अभ्यारण भी मोजूद है।
- पहाड़ी के किनारे से गिर ना जाए ईसके लिए इंका के लोगो ने 600 से भी ज्यादा छतों का निर्माण किया था।
- इंका के लोगो ने एक दुसरे के साथ संपर्क बनाए रखने के लिए माचू पिच्चू और इसके आसपास के क्षेत्र में 18,000 मील तक Communication System और Trails Connection का निर्माण किया था।
- Archaeologists ने इस बात का पता लगाया कि यहाँ पर तीन मुख्य संरचनाएं है जिसमे सूर्य का मंदिर, तीन खिड़की वाला दरवाजा और इंतिहूआताना पत्थर (Intihuatana Stone) सामिल है।
- लेकिन बाद में जैसे-जैसे सदियाँ बीतती गयी वैसे-वैसे इस जगह के चारो तरफ जंगल फैलते गये, और कुछ समय बाद आस-पास के लोगो को भी इस जगह के बारे में पता चलने लगा था।
- बाद में 1867 में जर्मन बिजनेसमैन औगुस्टो बर्न्स ने इसे खोजकर लूटा था। कहा जाता है की इस जगह पर कुछ समय पहले जर्मन इंजिनियर जे.एम्. वों हस्सेल भी आकर गये थे। इतिहासकारों के अनुसार 1874 में माचु पिच्चु का नक्षा बनाया गया था।
- 1912 के बाद से माचु पिच्चु का आधुनिकीकरण किया गया था और इसे वर्तमान रूप दिया गया था।
- 1911 में अमेरिकन इतिहासकार और संरक्षक हिरम बिंघम ने इन्का साम्राज्य की यात्रा की और वहा वे माचु पिच्चु के स्थानिक लोगो से भी मिले।
माचू पिच्चू की खास बाते – Machu Picchu Facts in Hindi
- माचू पिच्चू पेरू की एक बहुत ही खास जगह है जिसकी खोज वर्ष 1911 में हुई लेकिन इसका संबंध 13वीं शताब्दी से बताया जाता है। इसे एक शाही रियासत बताया जाता है लेकिन इसका एक अपना धार्मिक महत्त्व भी है।
- इंका के बारे में बताया जाता है कि यहां के लोग सूर्य देव को अपना भगवान् मानते थे और यहां मिले महिलाओं के कंकाल के बारे में ऐसा कहा जाता है कि यहां के लोग सूर्य देव को कुंवारी (वर्जिन) स्त्रियों की बलि देते थे।
- कुछ शोधकर्ता माचू पिच्चू को एलियन से जुड़ा हुआ बताते है। उनका कहना है कि इस जगह का निर्माण मनुष्यों ने नहीं बल्कि एलियंस ने किया है। इस जगह को लॉस्ट सिटी भी कहा जाता है क्योंकि इसको बहुत ही जल्द छोड़ दिया गया था।
- इस स्थान की सबसे चर्चीली जगह इन्का ट्रेन ट्रैक है। तीन दीनो का यह रास्ता श्वास-फूलने जैसी 4,214 मीटर की ऊँचाई पर ले जाता है और इस रास्ते में बहुत से प्राचीन इन्का पत्थर भी दिखाई देते है। भू-क्षरण के डर से सरकार ने रास्ते की चढ़ाई करने वाले लोगो की संख्या सिमित कर दी है, अब इस रास्ते पर एक समय में केवल 500 लोग ही चढ़ाई कर सकते है। जिनमें स्थानिक कुली भी शामिल है।
- हर साल इन्का ट्रेल पर एक रेस भी होती है जो 26 मील की मैराथन के समान होती है। इस रेस को पार करने का अब तक का सबसे कम समय तीन घंटे 26 मिनट का है।
- इस ट्रैक का सबसे प्रसिद्ध जगह सूर्य गेट के उगम की कहानी है – क्योकि सूर्य का उगम इस पर्वत की चोटियों से होकर ही होता है, जिससे पर्वत की सुंदरता को चार-चाँद लग जाते है। जिस समय यहाँ राजधिकार शासन था उस समय यहाँ प्रवेश लेने के भी कुछ नियम हुआ करते थे।
- बताया जाता है कि 15वीं शताब्दी में इंका सभ्यता के सम्राट के राजमहल में जितने भी कर्मचारी थे उनका काम पूरा होने के बाद उन्हें इसी जगह पर दफना दिया जाता था। एक थ्योरी में यह भी कहा गया है कि हो सकता है कि इस जगह पर राज्य के कर्मचारियों की कब्र होती थी जिनको उनका काम या सेवा पूरी हो जाने के बाद मारकर दफना दिया जाता था।
Information About Machu Picchu in Hindi
- माचू पिच्चू का मलतब होता है पुरानी चोटी, जिसका संबंध इंका सभ्यता से बताया जाता है।
- इंका सभ्यता रहस्यों से भरी हुई है इसके बारे में कोई भी स्पष्ट रूप से नहीं बता पाया है।
- पेरू में बहुत ज्यादा भूकंप आते है, इसी वजह से माचू पिच्चू को इस तरह से बनाया गया है कि भूकंप का इस पर कोई भी प्रभाव ना पड़े। ऐसा कहा जाता है कि भूकंप के वक्त यहाँ के पत्थर हिलते है।
- माचू पिच्चू में किसी को भी फिल्म की शूटिंग करने की अनुमति नहीं दी जाती है। लेकिन सुपर स्टार रजनीकांत की फिल्म “रोबोट” के एक गीत का यहाँ पर शूटिंग किया गया था। इस को शूट करते वक्त माचू पिच्चू के कुछ हिस्से को क्रेन से थोडा नुकसान हुआ था जिसके कारन बहुत बड़ा हंगामा भी हुआ था।
- यह एतिहासिक स्थल सेक्रेड घाटी के पर्वतो के टीलो पर बना हुआ है, जो क्यूज़को से 80 किलोमीटर उत्तर में और उरुबम्बा नदी के बहाव के पास स्थित है। बहुत से अर्कीयोलोजिस्ट के अनुसार इन्का शासक पचक्यूटि (1438-1472) की जागीर के तौर पे माचू पिच्चू का निर्माण किया गया था। बाद में इसे “लॉस्ट सिटी ऑफ़ द इन्का” भी कहा जाने लगा था। इन्का सभ्यता का यह सबसे घनिष्ट आइकॉन है।
- पर्यटको के लिये इस जगह की बहुत सी इमारतों की मरम्मत भी की गयी है इस तरह से बनाया गया है कि वे असल में एतिहासिक दिख सके। 1976 से 30% माचू पिच्चू को पुनर्निर्मित किया गया था, आज भी इसकी मरम्मत का काम शुरू है।
- माचू पिक्चु को 1450 सदी के आस-पास इन्का साम्राज्य में बनाया गया है। दो महान इन्का शासक पचक्यूटेक् इन्का युपनक्वि (1438-71) और तुपक इन्का युपनक्वि (1472-93) के शासनकाल में इसका निर्माण हुआ था। तक़रीबन 100 साल बाद 1572 में स्पेनिश की जीत के बाद इन्का को इसे खोना पड़ा था।
- ऐसा माना जाता है की उस समय के बहुत से निवासी चेचक (बड़ी माता) के वजह से ही मारे गये थे। स्पेनिश की जीत के बाद इसे पिच्चू के नाम से जाना जाने लगा, लेकिन ऐसा कोई एतिहासिक सबुत नही है जिससे यह पता चल सके की स्पेनिश माचु पिच्चु को कभी देखने भी आये थे या नही। माचु पिच्चु में बहुत सी एतिहासिक घटनाये घटी है।
- बताया जाता है कि जब 1430 में इंका सभ्यता के लोग यहां आकर रहने लगे थे उस समय स्पेन ने इंकाओं पर हमला करके जीत हासिल कर ली थी। लेकिन बाद में वे भी इस स्थान को छोड़कर चले गए थे।
Facts About Machu Picchu in Hindi
- माचू पिच्चू को सन 1450 के आसपास बनाया गया था लेकिन यह दुनिया के सामने सन 1911 में आया था जब अमेरिका के इतिहासकार Hiram Bingham ने इसकी शोध की।
- इंका के लोग Quechua (क्वेशुआ) भाषा में बात करते थे और आज भी कई सारे लोग यहाँ पर इस भाषा का प्रयोग करते है।
- माचू पिच्चू को को लेकर एक थ्योरी सामने आई थी जिसमें यह बताया गया था कि इस जगह का इस्तेमाल इंसानों की बलि देने के लिए किया जाता था और उनके कंकालों को सही तरह से दफनाया नहीं गया है। आपको बता दें कि इस जगह पर कई कंकाल बिना दफ्न हुए मिले थे।
- माचू पिच्चू में कई हजारों कंकाल मिले है लेकिन इसमें सबसे ज्यादा हैरान कर देने वाली बात यह है कि इनमें से ज्यादातर कंकाल महिलाओ के है।
- 1911 में माचू पिच्चू की खोज करने वाली हीरम बिंघम नाम के शोधकर्ता का कहना है कि यह स्थान इंका सभ्यता से संबंधित आखिरी स्थान है। उन्होंने इसे “विल्काबंबा ला विईजा” यानि “द लॉस्ट सिटी” का नाम भी दिया था।
- यहां मिले हुए महिलाओं के कंकालो को लेकर कुछ शोधकर्ताओं का यह भी मानना है कि इंका सभ्यता से जुड़ी महिलाएं अपना जीवन सूर्य को समर्पित कर देती थी और वें इस स्थान पर आकर अपनी बलि चढ़ाया करती थी। लेकिन जब यहां पर और खोज करने के बाद वर्जिन पुरुषों के कंकाल प्राप्त हुए तो औरतों की बलि बात को नकार दिया गया।
- माचू पिच्चू का निर्माण करने के लिए ग्रेनाईट पत्थर का इस्तमाल किया गया था जिसका वजन करीब 55 टन था। पत्थर को कुछ इस तरह से फिट किया गया था की इसके अन्दर एक ब्लेड भी जा नहीं सकता था।
- पुरातत्ववेत्ताओं के अनुसार यह जगह को कृषि के लिए बनाया गया होगा और 14वीं सदी के आसपास इस जगह पर करीब 1000 लोग निवास करते होंगे।
- 1981 में माचू पिच्चू को पेरुवियन हिस्टोरिकल संक्टरी घोषित किया गया और 1983 में इसे एक यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साईट घोषित किया गया। 2007 में इंटरनेट पोल के माध्यम से माचू पिक्चु को “सेवन वंडर्स ऑफ़ द वर्ल्ड घोषित” किया गया।
- माचू पिक्चु को क्लासिकल इन्का स्टाइल में बनाया गया है, जिसमें पोलिश की सुखी-पत्थरो की दीवारे भी बनी हुई है। इसके मुख्य 3 स्मारक एंटी वटना, सूर्य मंदिर और तीन खिड़कियों का रूम है।
- माचु पिच्चु का गढ़ भी इन्का की राजधानी कस्को से 80 किलोमीटर (50 मीटर) दूर ही बना हुआ है, लेकिन स्पेनिश इसे कभी ढूंड नही पाये और इसीलिए वे उसका विनाश भी नही कर पाये, क्योंकि इन्का की बहुत सी इमारतों को उन्होंने जीत के बाद नष्ट कर दिया था।
- बिंघम ने बाद में माचु पिच्चु को अंतर्राष्ट्रीय प्रसिद्धि दिलवायी और 1912 में इसका एक बार फिर नुतनीकरण किया गया था। 1914 और 1915 में वे वापिस आये और उन्होंने अपनी खुदाई चालू रखी।
- बॉलीवुड की सबसे महँगी फ़िल्म इन्दिरन, जो 2010 में रिलीज हुई थी, उसका बहुत सा भाग यही शूट किया गया था, इस फ़िल्म में आपको माचू पेक्चु के बहुत से दर्शनीय स्थलो को देखने मिलेगा। यहाँ कुछ ही फिल्मो को शूटिंग करने की इजाजत मिली है।
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